Gobar Gas Yojana: गोबर गैस प्लांट सब्सिडी योजना शुरू, इन किसानों को मिलेंगे 22500 रुपए

भारत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए गोबर गैस योजना शुरू की है। यह योजना किसानों और ग्रामीण परिवारों के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके तहत गोबर गैस प्लांट लगाने के लिए सरकार सब्सिडी दे रही है। गोबर गैस प्लांट से लोग स्वच्छ ईंधन प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, जैविक खाद भी बनाई जा सकती है। यह योजना पर्यावरण को साफ रखने में भी मदद करती है। अब इस योजना के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं।
गोबर गैस योजना उद्देश्य
गोबर गैस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा की कमी को पूरा करना है। यह योजना उन लोगों के लिए खास है जो पशुपालन करते हैं। गोबर गैस प्लांट में पशुओं के गोबर और जैविक कचरे का उपयोग होता है। इससे बायोगैस बनती है, जिसे रसोई में खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह गैस एलपीजी सिलेंडर का एक सस्ता और पर्यावरण के लिए सुरक्षित विकल्प है। गोबर गैस प्लांट से निकलने वाली जैविक खाद खेती के लिए बहुत उपयोगी होती है। यह खाद रासायनिक खाद की तुलना में सस्ती और बेहतर है।
गोबर गैस योजना सब्सिडी
इस योजना के तहत सरकार गोबर गैस प्लांट लगाने की लागत का 50% तक अनुदान देती है। उदाहरण के लिए, 2 घन मीटर क्षमता वाले दीनबंधु मॉडल गोबर गैस प्लांट की लागत लगभग 42,000 रुपये है। इसमें से सरकार 21,000 रुपये तक की सब्सिडी देती है। इसके अलावा, 1,500 रुपये की टर्न-की राशि भी दी जाती है। इस तरह, कुल 22,500 रुपये की मदद मिलती है। इससे गोबर गैस प्लांट लगाने की लागत बहुत कम हो जाती है। यह सुविधा छोटे और सीमांत किसानों के लिए बहुत उपयोगी है।
गोबर गैस प्लांट से हर महीने 1.5 से 2 एलपीजी सिलेंडर के बराबर गैस मिल सकती है। इससे रसोई का खर्च कम होता है। साथ ही, यह गैस धुआंरहित होती है, जिससे स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं पड़ता। पारंपरिक चूल्हों में लकड़ी जलाने से धुआं निकलता है। यह धुआं महिलाओं और बच्चों के लिए हानिकारक होता है। गोबर गैस का उपयोग करने से यह समस्या खत्म हो जाती है। यह पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में भी मदद करता है।
गोबर गैस योजना पात्रता
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी। आवेदक को भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए। उसके पास कम से कम 2-3 पशु जैसे गाय या भैंस होने चाहिए। गोबर गैस प्लांट के लिए 10 फीट बाई 12 फीट की जमीन होनी चाहिए। एक परिवार को केवल एक ही प्लांट के लिए सब्सिडी मिल सकती है। आवेदन करने के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता विवरण और जमीन के दस्तावेज जैसे कागजात चाहिए।
गोबर गैस योजना आवेदन प्रक्रिया
आवेदन करने की प्रक्रिया बहुत आसान है। सबसे पहले बिहार सरकार के कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं। वेबसाइट का नाम है dbtagriculture.bihar.gov.in। वहां होमपेज पर “ऑनलाइन सेवाएं” का विकल्प चुनें। फिर “गोबर/बायो गैस संयंत्र स्थापित 2025-26” पर क्लिक करें। इसके बाद एक नया पेज खुलेगा। वहां किसान पंजीकरण संख्या डालें। अगर आपके पास पंजीकरण संख्या नहीं है, तो पहले नया पंजीकरण करें। पंजीकरण के लिए आधार नंबर, मोबाइल नंबर, नाम, जन्मतिथि, जिला, गांव और पंचायत की जानकारी भरें। फिर मोबाइल पर आए ओटीपी को सत्यापित करें। इसके बाद लॉगिन करके आवेदन फॉर्म भरें।