Khet Talab Yojana 2025: किसानों को सरकार दे रही 135000 की सब्सिडी, यहां से जाने पूरी प्रक्रिया

केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की मदद के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है खेत तालाब योजना 2025। इस योजना के तहत किसानों को अपने खेत में तालाब बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। इस योजना के तहत लाभार्थी किसानों को 1 लाख 35 हजार रुपए की सब्सिडी मिलेगी। इसका मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण को बढ़ावा देना और किसानों की सिंचाई की समस्या को हल करना है। अब इस योजना के लिए आवेदन शुरू हो चुके हैं।
Khet Talab Yojana 2025
खेत तालाब योजना का लाभ हर वर्ग के किसान उठा सकते हैं। यह योजना विशेष रूप से उन किसानों के लिए फायदेमंद है जो पानी की कमी से जूझ रहे हैं। तालाब बनवाने से बारिश का पानी जमा हो जाता है। इस पानी का इस्तेमाल फसलों की सिंचाई के लिए किया जा सकता है। इससे किसानों को ट्यूबवेल या अन्य महंगे साधनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। साथ ही, भूजल स्तर को बनाए रखने में भी मदद मिलती है। तालाब में मछली पालन करके किसान अतिरिक्त आय भी कमा सकते हैं।
खेत तालाब योजना सब्सिडी राशि
इस योजना के तहत तालाब का आकार निर्धारित किया गया है। तालाब की लंबाई 20 मीटर, चौड़ाई 20 मीटर और गहराई 3 मीटर होनी चाहिए। इसके लिए कम से कम आधा हेक्टेयर जमीन की जरूरत होती है। तालाब दो प्रकार के हो सकते हैं। एक कच्चा तालाब और दूसरा प्लास्टिक लाइनिंग वाला तालाब। कच्चे तालाब बनाने के लिए 1,05,000 रुपये तक की लागत आती है। इसमें 50% यानी 52,500 रुपये की सब्सिडी मिल जाती है। प्लास्टिक लाइनिंग वाले तालाब की लागत 1,50,000 रुपये तक आ जाती है। इसमें 90% तक यानी 1,35,000 रुपये की सब्सिडी दी जाती है।
खेत तालाब योजना आवेदन प्रक्रिया
आवेदन करने के लिए किसानों को ऑनलाइन पोर्टल पर जाना होगा। उत्तर प्रदेश में यह पंजीकरण कृषि विभाग की वेबसाइट पर होता है। सबसे पहले, किसान को पारदर्शी किसान सेवा योजना पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खसरा-खतौनी और मोबाइल नंबर की जरूरत होगी। रजिस्ट्रेशन के बाद, आवेदन फॉर्म भरना होगा। फॉर्म में जमीन का विवरण और तालाब का प्रकार बताना होगा। साथ ही, कुछ दस्तावेज जैसे आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और शपथ पत्र अपलोड करने होंगे। आवेदन जमा करने के लिए 1,000 रुपये की टोकन मनी भी देनी होगी।
आवेदन जमा होने के बाद, कृषि विभाग इसे जांचता है। अगर सारी जानकारी सही पाई गई, तो सब्सिडी की राशि तीन किश्तों में दी जाती है। यह पैसा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए किसान के बैंक खाते में जाता है। योजना का लाभ पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर मिलता है। अनुसूचित जाति, जनजाति और छोटे-सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाती है।
इस योजना से उत्तर प्रदेश में अब तक 37,000 से ज्यादा तालाब बन चुके हैं। बुंदेलखंड जैसे सूखाग्रस्त इलाकों में यह योजना बहुत कारगर साबित हुई है। 2025-26 के लिए 3,300 नए तालाब बनाने का लक्ष्य रखा गया है। तालाब बनवाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली लगाना अनिवार्य है। इससे पानी का सही उपयोग होता है।
खेत तालाब योजना आवेदन अंतिम तिथि
आवेदन की अंतिम तारीख 31 अगस्त 2025 है। किसानों को समय पर आवेदन करना चाहिए। फॉर्म भरते समय सावधानी बरतनी चाहिए। गलत जानकारी देने पर आवेदन रद्द हो सकता है। यह योजना किसानों के लिए वरदान है। इससे न केवल उनकी सिंचाई की समस्या हल होती है, बल्कि उनकी आय भी बढ़ती है। जो किसान इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हें जल्द से जल्द आवेदन करना चाहिए।